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Monday 16 September 2019

Pandey Baba Mandir Palia Kalan | History In Hindi

Pandey Baba Mandir Palia Kalan

Palia Kalan Kheri, सम्पूर्णानगर से सम्पूर्णानगर जाने वाली सड़क पर पलिया का यह पांडे बाबा मंदिर, पांडे बाबा के नाम से जाना जाता है। यहां के मुख्य मंदिर में देवी माता की मूर्ति विराजित है। यह मंदिर न केवल कस्बे में है, बल्कि आसपास के क्षेत्र के भक्तों के लिए भी आस्था का प्रमुख केंद्र है।

pande baba mandir palia kalan
Shri Pandey Baba Mandir Palia

पांडे बाबा के नाम पर

इस मंदिर में माँ देवी की भव्य मूर्ति के साथ काली माता और शीतला माता के प्रसिद्ध मंदिर भी बने हैं। यहां, नवरात्रि में विशेष पूजा के साथ, माँ के रूप को हर दिन उसी रूप में पूजा जाता है।

मंदिर की विशेषता

शतचंडी महायज्ञ, प्रवचन आदि का आयोजन यहां पूरे नवरात्रि में किया जाता है। यह आयोजन क्षेत्र की शांतिपूर्ण शांति के लिए पूरे नवरात्रि में आयोजित किया जाता है। महिलाओं द्वारा मां के श्रृंगार और भजन संध्या के साथ आरती की जाती है। नवरात्रि में महिलाओं और पुरुषों के दर्शन की अलग-अलग व्यवस्था की जाती है।

मंदिर में समय-समय पर आयोजित कार्यक्रमों में प्रकाश व्यवस्था और सजावट का काम किया जाता है। मंदिर के अंदर स्थित देवी प्रतिमाओं को भी फूलों से सजाया गया है। नवरात्रि में, भक्तों को कोई समस्या न हो इसका पूरा ध्यान रखा जाता है। आरती और भजन संध्या का भी आयोजन किया जाता है।

History

मंदिर की देखरेख करने वाले भरत प्रसाद शर्मा कहते हैं कि 100 साल पहले एक भयानक हैजा फैल था। हर दिन बीमारी के कारण मौतें हुईं। ऐसे में इलाके के पांडे बाबा ने यहां कठिन साधना की। उन्होंने भगवान से प्रार्थना की कि इस बीमारी को मिटा दिया जाए। उनका तप प्रभावित हुआ और कुछ ही दिनों में हैजा समाप्त हो गया। उसके बाद वहां के निवासियों द्वारा एक नीम का पेड़ लगाया गया, जहाँ लोग पूजा करते थे। धीरे-धीरे मंदिर समिति के सदस्यों द्वारा विभिन्न देवताओं के स्थान विकसित किए गए और मंदिर स्थापित किए गए। यहां स्थापित हनुमान मंदिर के पहले पुजारी मनोहर पुरी की समाधि भी इसी परिसर में बनी है।

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